अल्फांसो से केसर तक: भारत में आम की 20 प्रसिद्ध किस्में और उनकी पहचान

अल्फांसो से केसर तक: भारत में आम की 20 प्रसिद्ध किस्में और उनकी पहचान

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चलिए दोस्तो आज हम जानते हैं आम, जिसे “फलों का राजा” भी कहा जाता है, भारत में बेहद लोकप्रिय है। भारतीय उपमहाद्वीप में आम की विविधता और उसकी समृद्धि अद्वितीय है। यहां हम अल्फांसो से केसर तक भारत में आम की 20 प्रसिद्ध किस्में और उनकी पहचान कर रहे हैं:

अल्फांसो से केसर तक: भारत में आम की 20 प्रसिद्ध किस्में और उनकी पहचान

भारत में आम का महत्व अत्यधिक है और इसकी कई प्रसिद्ध किस्में हैं। इस ब्लॉग पोस्ट में हम भारत में पाए जाने वाले 20 प्रमुख आम किस्मों की चर्चा करेंगे और उनकी पहचान के बारे में जानेंगे। आम के विभिन्न प्रकार के विशेषताएँ और उनके स्वाद के बारे में जानकारी प्राप्त करें।

1. अल्फोंसो (हापुस)

अल्फांसो आम का पेड़ मध्य भारत के महाराष्ट्र, गुजरात और कर्नाटक राज्यों में पाया जाता है। इसकी पहचान पौधे के छोटे, गहरे हरे पत्तों और छोटे आकार के फलों से होती है। यह आम अपने सुंदर और लाल-पीले रंग के कारण भी प्रसिद्ध है। इसका रस गूदा होता है और आम का स्वाद मीठा होता है, जो लोगों को उसकी पहचान में मदद करता है।

अल्फांसो आम का सेवन कई तरीकों से किया जा सकता है। इसे सीधे खाने के रूप में, आम पनीर, आम का आचार, आम का मुरब्बा और फ्रूट सलाद के रूप में भी उपयोग किया जाता है। इसके अलावा, अल्फांसो आम का रस बनाकर ठंडे ठंडे ड्रिंक्स के रूप में भी परिवार और दोस्तों के साथ आनंद उठाया जा सकता है।

इसके साथ ही, अल्फांसो आम गर्मियों में शारीरिक और मानसिक लाभ भी प्रदान करता है। इसमें विटामिन सी, विटामिन ए, और अन्य पोषक तत्व पाए जाते हैं जो हमारे शरीर को ऊर्जा प्रदान करते हैं और उसे स्वस्थ रखने में मदद करते हैं।

अल्फांसो आम न केवल एक स्वादिष्ट फल है, बल्कि यह हमारे आहार में भी एक महत्वपूर्ण स्थान रखता है। इसके सेवन से हमें तत्परता, ऊर्जा, और पोषण मिलता है, जिससे हमारा शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य बना रहता है। इसलिए, गर्मियों में अल्फांसो आम का आनंद लेकर हम अपने स्वास्थ्य को और भी बेहतर बना सकते हैं।

2. दशहरी

दसहरी आम, जिसे कई बार “चौंसा” आम के नाम से भी जाना जाता है, भारतीय उपमहाद्वीप का एक प्रमुख फल है। यह आम गर्मी के मौसम में अपनी मिठास और आकर्षक सुंदरता के लिए प्रसिद्ध है। इसका नाम “दसहरी” उस समय की याद दिलाता है जब यह आम अपनी परीक्षा को उत्तीर्ण करता है और अच्छे स्वाद के साथ उत्सव मनाता है।

दसहरी आम का पेड़ मुख्य रूप से उत्तर भारत के हरियाणा, पंजाब, और उत्तर प्रदेश में पाया जाता है। इसकी पहचान पेड़ के छोटे, गहरे हरे पत्तों और मध्यम आकार के फलों से होती है। यह आम आमतौर पर पीले रंग का होता है, जिसकी चमक और रंगीनता सभी को आकर्षित करती है।

दसहरी आम का स्वाद मीठा और मलाईदार होता है, जो इसे और भी अधिक खास बनाता है। इसे सीधे खाने के रूप में या फिर फलों के साथ फ्रूट सलाद के रूप में भी सेवन किया जा सकता है। इसके अलावा, दसहरी आम का रस बनाकर ठंडे ठंडे ड्रिंक्स के रूप में भी परिवार और दोस्तों के साथ आनंद उठाया जा सकता है।

दसहरी आम का सेवन करने से शारीरिक और मानसिक लाभ भी होते हैं। इसमें विटामिन सी, विटामिन ए, और अन्य पोषक तत्व होते हैं जो हमें ऊर्जा प्रदान करते हैं और हमारे शरीर को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं।

दसहरी आम न केवल स्वादिष्ट होता है, बल्कि यह हमारे आहार में भी एक महत्वपूर्ण स्थान रखता है। इसके सेवन से हमें तत्परता, ऊर्जा, और पोषण मिलता है, जिससे हमारा शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य बना रहता है। इसलिए, दसहरी आम के सेवन से हम अपने स्वास्थ्य को और भी बेहतर बना सकते हैं और गर्मियों को और भी रमणीय बना सकते हैं।

3. लंगड़ा

लंगड़ा आम का पेड़ मुख्य रूप से उत्तर भारत के प्रदेशों में उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, और जम्मू-कश्मीर में पाया जाता है। इसकी पहचान पेड़ के छोटे, गहरे हरे पत्तों और गोल आकार के फलों से होती है। यह आम आमतौर पर पीले रंग का होता है, जिसकी चमक और मधुर स्वाद से लोगों को लुभाता है।

लंगड़ा आम का स्वाद मीठा और मलाईदार होता है, जो इसे और भी अधिक खास बनाता है। इसे सीधे खाने के रूप में या फिर फ्रूट सलाद के रूप में भी सेवन किया जा सकता है। इसके अलावा, लंगड़ा आम का रस बनाकर ठंडे ठंडे ड्रिंक्स के रूप में भी परिवार और दोस्तों के साथ आनंद उठाया जा सकता है।

लंगड़ा आम का सेवन करने से शारीरिक और मानसिक लाभ भी होते हैं। इसमें विटामिन सी, विटामिन ए, और अन्य पोषक तत्व होते हैं जो हमें ऊर्जा प्रदान करते हैं और हमारे शरीर को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं।

लंगड़ा आम न केवल स्वादिष्ट होता है, बल्कि यह हमारे आहार में भी एक महत्वपूर्ण स्थान रखता है। इसके सेवन से हमें तत्परता, ऊर्जा, और पोषण मिलता है, जिससे हमारा शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य बना रहता है। इसलिए, लंगड़ा आम के सेवन से हम अपने स्वास्थ्य को और भी बेहतर बना सकते हैं और गर्मियों को और भी रमणीय बना सकते हैं।

4. चौसा

चौसा आम, जो कई बार “चौंसा” आम के नाम से भी जाना जाता है, एक प्रमुख फल है जो भारतीय उपमहाद्वीप के विभिन्न क्षेत्रों में पाया जाता है। इसका नाम उसके आकार और रंग के कारण है, जो इसे अन्य आम से अलग बनाते हैं।

चौसा आम का पेड़ मुख्य रूप से उत्तर भारत के प्रदेशों में उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, और जम्मू-कश्मीर में पाया जाता है। इसकी पहचान पेड़ के छोटे, गहरे हरे पत्तों और गोल आकार के फलों से होती है। यह आम आमतौर पर पीले रंग का होता है, जिसकी चमक और मधुर स्वाद से लोगों को लुभाता है।

चौसा आम का स्वाद मीठा और मलाईदार होता है, जो इसे और भी अधिक खास बनाता है। इसे सीधे खाने के रूप में या फिर फ्रूट सलाद के रूप में भी सेवन किया जा सकता है। इसके अलावा, चौसा आम का रस बनाकर ठंडे ठंडे ड्रिंक्स के रूप में भी परिवार और दोस्तों के साथ आनंद उठाया जा सकता है।

चौसा आम का सेवन करने से शारीरिक और मानसिक लाभ भी होते हैं। इसमें विटामिन सी, विटामिन ए, और अन्य पोषक तत्व होते हैं जो हमें ऊर्जा प्रदान करते हैं और हमारे शरीर को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं।

चौसा आम न केवल स्वादिष्ट होता है, बल्कि यह हमारे आहार में भी एक महत्वपूर्ण स्थान रखता है। इसके सेवन से हमें तत्परता, ऊर्जा, और पोषण मिलता है, जिससे हमारा शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य बना रहता है। इसलिए, चौसा आम के सेवन से हम अपने स्वास्थ्य को और भी बेहतर बना सकते हैं और गर्मियों को और भी रमणीय बना सकते हैं।

5. केसर

केसर आम, जिसे कई बार “हाफूस” आम के नाम से भी जाना जाता है, भारत का एक प्रमुख फल है जो उत्तर भारत के क्षेत्रों में पाया जाता है। इसका नाम उसके रंग और स्वाद के कारण है, जो इसे अन्य आमों से अलग बनाते हैं।

केसर आम का पेड़ मुख्य रूप से पंजाब, हरियाणा, और उत्तर प्रदेश में पाया जाता है। इसकी पहचान पेड़ के छोटे, गहरे हरे पत्तों और गोल आकार के फलों से होती है। यह आम आमतौर पर पीले रंग का होता है, जिसकी चमक और मधुर स्वाद से लोगों को लुभाता है।

केसर आम का सेवन करने से शारीरिक और मानसिक लाभ भी होते हैं। इसमें विटामिन सी, विटामिन ए, और अन्य पोषक तत्व होते हैं जो हमें ऊर्जा प्रदान करते हैं और हमारे शरीर को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं।

6. बादामी

कर्नाटक का बादामी आम, अल्फोंसो का दक्षिण भारतीय संस्करण माना जाता है। इसकी हल्की पीली त्वचा और मीठा स्वाद इसे विशिष्ट बनाता है।

केसर आम का स्वाद मीठा और मलाईदार होता है, जो इसे और भी अधिक खास बनाता है। इसे सीधे खाने के रूप में या फिर फ्रूट सलाद के रूप में भी सेवन किया जा सकता है। इसके अलावा, केसर आम का रस बनाकर ठंडे ठंडे ड्रिंक्स के रूप में भी परिवार और दोस्तों के साथ आनंद उठाया जा सकता है।

केसर आम का सेवन करने से शारीरिक और मानसिक लाभ भी होते हैं। इसमें विटामिन सी, विटामिन ए, और अन्य पोषक तत्व होते हैं जो हमें ऊर्जा प्रदान करते हैं और हमारे शरीर को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं।

7. हिमसागर

पश्चिम बंगाल और ओडिशा में उगाया जाने वाला हिमसागर आम, मई के अंत तक उपलब्ध होता है। इसका मीठा स्वाद और क्रीमी टेक्स्चर इसे खास बनाता है।

8. नीलम

दक्षिण भारत में पाया जाने वाला नीलम आम, मौसम के अंत में उपलब्ध होता है। इसकी छोटी आकृति और मीठा स्वाद इसकी पहचान है।

9. आम्रपाली

आम्रपाली एक हाइब्रिड किस्म है जिसे दशहरी और नीलम से मिलाकर बनाया गया है। इसकी छोटी आकृति और गहरे हरे रंग की पहचान है।

10. मल्लिका

मल्लिका आम नीलम और दशहरी के मिलन से बना एक हाइब्रिड है। इसकी उच्च गुणवत्ता और अनूठा स्वाद इसे विशेष बनाता है।

11. टोटापुरी

टोटापुरी आम, दक्षिण भारत में खासतौर पर कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, और तमिलनाडु में उगाया जाता है। इसकी हरी त्वचा और नुकीला आकार इसकी पहचान है।

12. रत्नागिरी हापुस

रत्नागिरी हापुस, अल्फोंसो की एक प्रमुख किस्म है, जिसे महाराष्ट्र के रत्नागिरी जिले में उगाया जाता है। इसकी गहरी पीली त्वचा और मीठा स्वाद इसे विशिष्ट बनाता है।

13. सफेदा

उत्तर प्रदेश और बिहार में उगाया जाने वाला सफेदा, इसकी हल्की पीली त्वचा और हल्के स्वाद के लिए प्रसिद्ध है।

14. बंगनपल्ली

आंध्र प्रदेश का बंगनपल्ली आम, इसके बड़े आकार और मीठे स्वाद के लिए जाना जाता है।

15. गुलाब खस

उत्तराखंड में उगाया जाने वाला गुलाब खस आम, इसके अनूठे स्वाद और खुशबू के लिए प्रसिद्ध है।

16. सिंधुरी (रेड मैंगो)

सिंधुरी, जिसे रेड मैंगो भी कहा जाता है, इसकी लाल-पीली त्वचा के कारण पहचाना जाता है।

17. राजापुरी

महाराष्ट्र में उगाया जाने वाला राजापुरी आम, इसके बड़े आकार और रसीले स्वाद के लिए प्रसिद्ध है।

18. मुल्गोबा

तमिलनाडु और कर्नाटक में उगाया जाने वाला मुल्गोबा, इसके बड़े आकार और मजबूत स्वाद के लिए जाना जाता है।

19. जर्दालू

बिहार का जर्दालू आम, इसकी खास खुशबू और स्वाद के लिए विख्यात है।

20. आम्रपाली

आम्रपाली आम, एक और हाइब्रिड किस्म है जो दशहरी और नीलम से मिलकर बनाई गई है। इसका छोटा आकार और गहरा हरा रंग इसे खास बनाता है।

ये आम की कुछ प्रमुख किस्में हैं जो भारत में उगाई जाती हैं। हर किस्म की अपनी विशेषता है, जैसे कि रंग, आकार, स्वाद, और मौसम। ये विविधताएं आम को भारत में एक लोकप्रिय फल बनाती हैं।

FAQ

1. आम का मौसम कब होता है?

आम का मौसम भारत में आमतौर पर अप्रैल से जून तक होता है, हालांकि कुछ किस्में जुलाई और अगस्त में भी मिल सकती हैं।

2. आम कैसे खाया जाता है?

आम को कई तरीकों से खाया जा सकता है, जैसे कि कच्चा, पका हुआ, जूस के रूप में, आमरस के रूप में, सलाद में, चटनी में, और मिठाईयों में।

3. आम के स्वास्थ्य लाभ क्या हैं?

आम विटामिन C, विटामिन A, फाइबर, पोटेशियम, मैग्नीशियम और एंटीऑक्सिडेंट्स से भरपूर होते हैं। ये पाचन में सुधार, इम्यून सिस्टम को मजबूत करने, आंखों की सेहत में बेहतरी, और हृदय स्वास्थ्य के लिए लाभदायक होते हैं।

4. आम की सबसे महंगी किस्म कौन सी है?

अल्फोंसो (हापुस) आम अक्सर सबसे महंगी किस्मों में से एक माना जाता है, इसके उत्कृष्ट स्वाद और सुगंध के कारण।

5. आम की किस्में कैसे पहचानें?

आम की किस्मों को उनके आकार, रंग, त्वचा की बनावट, और स्वाद से पहचाना जा सकता है। हर किस्म की अपनी विशेषताएं होती हैं।

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